मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशे अधूरी हैं मगर जिन्दा रहने के लिए कुछ गलतफहमियाँ भी जरूरी हैं ।
दर्द देकर खुद सवाल मिर्ज़ा ग़ालिब – सैड शायरी
दर्द देकर खुद सवाल करते हो तुम भी गालिब कमाल करते हो; देख कर पुछ लिया हाल मेरा चलो इतना तो ख्याल करते हो; शहर-ए-दिल मेँ उदासियाँ कैसी ये भी मुझसे सवाल करते हो; मरना चाहे तो मर नही सकते
था जहाँ कहना वहां – ख्याल शायरी
था जहाँ कहना वहां कह न पाये उम्र भर कागज़ों पर यूँ शेर लिखना बेज़ुबानी ही तो है।
मेरे वजूद में काश – ख्याल शायरी
मेरे वजूद में काश तू उतर जाए मैं देखूं आइना और तू नजर आये तू हो सामने और वक्त ठहर जाए और ये जिंदगी तुझे यूँ ही देखते हुए गुज़र जाए ।।
नजरें तो मिलाओ – सैड शायरी
मुझसे नजरें तो मिलाओ कि हजारों चेहरे मेरी आँखों में सुलगते हैं सवालों की तरह जुस्तजू ने किसी मंजिल पे ठहरने न दिया हम भटकते रहे आवारा ख्यालों की तरह।
अच्छी सूरत नज़र – ख्याल शायरी
अच्छी सूरत नज़र आते ही मचल जाता है किसी आफ़त में न डाल दे दिल-ए-नाशाद मुझे ।
भरम रखो मोहब्बत का – ख्याल शायरी
भरम रखो मोहब्बत का वफ़ा की शान बन जाओ किसी पर जान देदो या किसी की जान बन जाओ तुम्हारे नाम से मुझको पुकारें ये जहान वाले मैं बन जाऊं अफसाना और तुम उन्वान बन जाओ ।
तेरे सीने से लगकर – ख्याल शायरी
तेरे सीने से लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ तेरी साँसो से मिलकर तेरी खुशबू बन जाऊँ फासले ना रहें कोई हम दोनों के दरमियाँ मैं मैं ना रहूँ बस तू ही तू बन जाऊँ।
तड़पाया नहीं करते – याद शायरी
यूँ दूर रहकर दूरियों को बढ़ाया नहीं करते अपने दीवानों को ऐसे सताया नहीं करते हर वक़्त बस जिसे तुम्हारा हो ख्याल उसे अपनी आवाज़ के लिए तड़पाया नहीं करते। Missing You Dear
उनके साथ जीने का – ख्याल शायरी
उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे।